प्राचार्य संदेश
शिक्षा मानव को अपने जीवन का उदे्श्य प्रदान करती है एवं जीवन जीने की कला सीखाते हुए समाज में स्थान सुनिश्चित करती है । शिक्षा द्वारा मानव के व्यावहारिक एवं सैद्धांतिक पक्षों को समझाते हुए व्यवहार में लाने हेतु प्रेरित किया जाता है । गायत्री शिक्षा निकेतन उ.मा.वि द्वारा इसी उदे्श्य को ध्यान में रख कर अध्यापन शैली एवं योजना बनाकर क्रियान्वयन किया जाता है।
‘’ छात्र अच्छा एवं बुरा नहीं होता है शिक्षक अच्छा होता है जो छात्र को अच्छा बनाता है । अत: हम अच्छे शिक्षक को चयन कर हर छात्र को अच्छा बनाते है एवं पालक एवं बालक द्वारा देखें सपनो को साकार करते है ‘’
विद्यालय में व्यावहारिक शिक्षा पर अधिक बल दिया जाता है विज्ञान , गणित , भाषा, एवं सामान्य व्यवहार विषय को ‘’करके देखो एवं सीखो प्रणाली’’ पर सीखाया जाता है जिससे उसे व्यवहार में लाकर जीवन की समस्त परीक्षाओं को उत्तीर्ण किया जा सकें । प्रत्येक छात्र की योग्यता अलग-अलग होती है जिसको वैज्ञानिक दृष्टिकोण से पहचान कर उस ओर विकसित किया जाता है । समस्त व्यावहारिक गुणों का विकास खेल एवं अध्यापन के माध्यम से विकसित किया जाता है । कक्षा 9वीं से ही बालक के भविष्य की दिशा तय की जाकर एवं कक्षा 11वीं एवं 12वीं से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवायी जाती है ।
All the best !!!!!
Mr. Hemant Mehta
Principal